रुचि तिवारी : हिंदू धर्म में प्रत्येक दिन कोई न कोई पर्व त्योहार रहता है। जुलाई का महीना व्रत त्योहारों के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस महीने कई व्रत त्योहार हैं। जुलाई 2025 का प्रारंभ पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के संयोग में आषाढ़ शुक्ल षष्ठी उपरांत सप्तमी तिथि पर होगी जबकि महीने का समापन चित्रा नक्षत्र में सावन शुक्ल सप्तमी उपरांत अष्टमी को होगा। जुलाई में सनातन के पावन और पवित्र महीने सावन की शुरुआत होगी। भगवान भोलेनाथ को समर्पित सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होगा। जबकि इस महीने गुरु पूर्णिमा, हरियाली तीज, देवशयनी एकादशी और कामिका एकादशी भी मनाई जाएगी। ऐसे में जुलाई के महीने में कई व्रत त्योहार मनाए जाएंगे। आइये जानते हैं, जुलाई में एकादशी, पूर्णिमा, अमावस्या, प्रदोष आदि की तिथि कब-कब होगी और प्रमुख व्रत त्योहार कब रखे जाएंगे।

6 जुलाई को देवशयनी एकादशी

देवशयनी एकादशी आषाढ़ शुक्ल एकादशी को मनाई जाती है। इस साल देवशयनी एकादशी 6 जुलाई दिन रविवार को मनाई जाएगी। देवशयनी एकादशी को लेकर विशेष मान्यता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के शयनकाल पर चले जाते हैं। इस एकादशी को हरिशयनी एकादशी या पद्मा एकादशी भी कहते हैं। इसी दिन चातुर्मास भी शुरू होता है। मान्यता है कि देवशयनी एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति मिलती है।

जुलाई का पहला प्रदोष भी जान लीजिए

हर महीने की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत महिलाएं रखती हैं। जुलाई का पहला प्रदोष व्रत 8 जुलाई मंगलवार को पड़ेगा। इस बार आषाढ़ शुक्ल त्रयोदशी तिथि मंगलवार को पड़ रही है ऐसे में इसे भौम प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाएगा। प्रदोष व्रत भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती को समर्पित होता है और इस दिन व्रत रखकर उनकी आराधना की जाती है।

नोट- यह जानकारी मान्यता पर आधारित है। इसकी पुष्टि छत्तीसगढ़िया न्यूज नहीं करता है।

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